
नई दिल्ली: क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा का रिश्ता अब खत्म हो चुका है, बांद्रा फैमिली कोर्ट ने दोनों के तलाक की अर्जी को मंजूरी दे दी है. बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी इस प्रक्रिया को तेज करने के लिए ‘कूलिंग-ऑफ’ पीरियड माफ करने की अनुमति दी थी. तलाक के सेटलमेंट के तहत धनश्री वर्मा को चहल से 4.75 करोड़ रुपये की एलिमनी (गुजारा भत्ता) मिली है. यह राशि दोनों की आपसी सहमति से तय हुई थी. कोर्ट ने इस समझौते को मंजूरी दी और सुनिश्चित किया कि दोनों पक्षों को कोई समस्या न हो.
एलिमनी कैसे तय होती है?
भारतीय कानून में एलिमनी तय करने का कोई फॉर्मूला नहीं है, अदालतें मामले के आधार पर गुजारा-भत्ते की रकम तय करती हैं, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल एक मामले में साफ किया था कि एलिमनी सिर्फ एक पार्टनर को दंडित करने के लिए नहीं होती, बल्कि इसका उद्देश्य आश्रित साथी की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है. उसी फैसले में कोर्ट ने मुख्य रूप से आठ फैक्टर्स तय किए थे |